आगरा. ईद मिलादुन्नबी से पहले रविवार को पाकिस्तान का झंडा लगाकर माहौल बिगाडऩे का प्रयास किया गया. सदर क्षेत्र के राजपुर चुंगी में दो मंजिला घर की छत पर लहरा रहे पाकिस्तानी झंडे का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. सूचना पर पुलिस पहुंची, लेकिन झंडा नहीं मिला. वीडियो के आधार पर बजरंग दल कार्यकर्ता की तहरीर पर सदर थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.
वीडियो में तीन युवक भी दिख रहे
राजपुर चुंगी में एक घर की छत पर रविवार को पाकिस्तान का झंडा लगा दिया गया. आसपास के लोगों ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. 1.59 मिनट के एक वीडियो में तीन युवक घर की छत पर हाथ में पाकिस्तान का झंडा लिए दिख रहे हैं. इनमें से एक युवक झंडे को ऊंचा करके फहरा रहा है. थोड़ी देर में ही वह छत पर झंडे को लगा देता है. दो अन्य वीडियो में घर की छत पर झंडा लगा दिख रहा है. छत पर तीन युवक भी दिख रहे हैं. इनमें से एक टोपी लगाए है. वीडियो वायरल होने पर पुलिस घर तक पहुंची, लेकिन वहां कोई झंडा नहीं मिला. माना जा रहा है कि वीडियो की जानकारी मिलने पर झंडे को उतार लिया गया. जिस घर पर झंडा लगा था वह जूता कारखाना मालिक का बताया जा रहा है. बजरंग दल कार्यकर्ता बंटी ठाकुर ने रविवार रात को पुलिस को वीडियो के साथ तहरीर दे दी. एसीपी सुकन्या शर्मा ने बताया कि तहरीर के आधार पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. मौके से झंडा बरामद नहीं हुआ है. गृह स्वामी सोमवार को धार्मिक जुलूस में गया हुआ था. उसे बुलाकर पूछताछ की जाएगी कि आखिर किसने झंडा लगाया? झंडा लगाने के पीछे मंशा क्या थी? इसकी भी जांच की जाएगी.
आखिर क्या थी मंशा?
पाकिस्तान का झंडा धार्मिक जुलूसों में इस्तेमाल किए गए झंडों से मिलता जुलता है. हरे रंग के झंडे पर चांद और सितारा बने हुए झंडे लेकर सोमवार को बारावफात के जुलूसों में भी यह इस्तेमाल किया गया. मगर, राजपुर चुंगी में घर की छत पर लगाया गया झंडा इनसे अलग था. इसमें सफेद रंग की पट्टी थी. हरे रंग में चांद और सितारा बना हुआ था. इसलिए यह पाकिस्तान का झंडा माना जा रहा है. शुरुआत में क्षेत्र के कुछ लोगों ने धार्मिक झंडा बताकर गुमराह करने का प्रयास किया. मगर, बाद में स्पष्ट हो गया.
तहरीर के आधार पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. मौके से झंडा बरामद नहीं हुआ है. गृह स्वामी सोमवार को धार्मिक जुलूस में गया हुआ था. उसे बुलाकर पूछताछ की जाएगी कि आखिर किसने झंडा लगाया? झंडा लगाने के पीछे मंशा क्या थी? इसकी भी जांच की जाएगी.
सुकन्या शर्मा, एसीपी