Meerut News: सीसीएसय से जुड़े हुए 220 बीएड के कॉलेज जांच के घेरे में आ गए हैं, परफोर्मेंस एप्रेजल रिपोर्ट को न जमा करने के लिए यूनिवर्सिटी ने इनपर जांच बैठा दी है. एनसीटीई द्वारा इन सभी कॉलेजों की मानक पूरा करने की पूरी रिपोर्ट व संबंधित कागजात को अगले पंद्रह दिनों में जमा करने को कहा है, ऐसे में यह बीएड कॉलेज जांच की रडार में है, यहां तक इनकी मान्यता तक भी रद्द हो सकती है.
जानें पूरा मामला
एसीटीई द्वारा बीएड कॉलेजों से मांगी जाने वाली परफार्मेंस अप्रेजल रिपोर्ट में कॉलेजों को तमाम प्रकार की जानकारी देनी होती है.जैसे कॉलेजों को उनकी भूमि का एरिया जितने एरिए में कैंपस बना हुआ है.इसके अलावा शिक्षकों व छात्रों की संख्या का ब्यौरा. कॉलेज में छात्रों लिए सुविधा का ब्यौरा. इसके अलावा कॉलेज से जुड़ी वो अन्य जानकारी देनी पड़ती है. लेकिन प्रदेश के 1020 कॉलेजों ने यह रिपोर्ट एनसीटीई को नहीं दी. जिनमें सीसीएसयू से जुड़े 220 है जबकि टोटल 2010 कॉलेज है. बल्कि उनमें से कुछ कॉलेज एनसीटीई के खिलाफ कोर्ट चले गए.जहां से उन्हें कोई राहत नहीं मिली. कोर्ट ने फैसला एनसीटीई के हक में दे दिया.
एनसीटीई ने ये मांगी है रिपोर्ट
नेशनल काउंसिल ऑफ टीचर्स एजुकेशन ने 220 कॉलेजों की सूची भेजी है. इनमें से किसी ने अभी तक अपनी पीएआर जमा नहीं की है. रिपोर्ट जमा नहीं करने पर बीएड कॉलेजों का सत्र शून्य घोषित करने के फैसले पर हाईकोर्ट रोक लगा चुका है. हालांकि एनसीटीई के जांच के निर्देशों के बाद ये कॉलेज खामियां नहीं छुपा सकेंगे. गलत रिपोर्ट देने पर अधिकारी फंस सकते हैं, यहां तक कॉलेजों की मान्यता तक भी रद्द हो सकती है ऐसा बताया जा रहा है. बता दें कि इससे पहले भी 241 कॉलेज की जांच हुई थी, जिनमें करीब 20 कॉलेजों की मान्यता रद्द की जा चुकी है इस बारे में मेरठ के कॉलेजों से बात की गई उन्होंने समय से पहले रिपोर्ट देने की बात कही है.
यहाँ https://rashtrapath.in/ आपको देश दुनिया की हर पल की जानकारी मिलेगी. आगरा और दिल्ली एनसीआर की हर खबर सबसे पहले आपके पास पहुंचेगी, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार. जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!
Leave a Reply